20 Small Story in Hindi – छोटी कहानियाँ, बड़ी बातें

Small Story in Hindi – 20 प्रेरक और मनोरंजक कहानियाँ
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ईमानदार लकड़हारा
एक बार एक लकड़हारा नदी में अपनी कुल्हाड़ी गिरा बैठा। देवता प्रकट हुए और सोने की कुल्हाड़ी दिखाकर पूछा, “क्या यह तुम्हारी है?” लकड़हारा बोला, “नहीं।” फिर चाँदी की कुल्हाड़ी दिखाई, फिर भी मना किया। अंत में अपनी लोहे की कुल्हाड़ी पाकर खुश हुआ। उसकी ईमानदारी से प्रसन्न होकर देवता ने तीनों कुल्हाड़ियाँ उसे दे दीं। -
सच्ची दोस्ती
दो मित्र जंगल में जा रहे थे। रास्ते में भालू आ गया। एक पेड़ पर चढ़ गया और दूसरा जमीन पर लेटकर साँस रोक लिया। भालू सूँघकर चला गया। पेड़ वाला बोला, “भालू क्या कह रहा था?” उसने कहा, “सच्चे दोस्त मुसीबत में साथ नहीं छोड़ते।” -
चतुर खरगोश
शेर रोज जंगल के जानवरों को खाता था। खरगोश ने चाल चली। देर से पहुँचा और शेर को बताया कि दूसरा शेर है। शेर कुएँ में गया और अपनी परछाई को देखकर कूद पड़ा। जंगल के जानवर बच गए। -
अहंकारी हाथी
एक हाथी अपने बल पर घमंड करता था। एक दिन एक नन्हीं चींटी ने उसकी सूंड में काट लिया। हाथी परेशान हो गया और समझ गया कि छोटा भी बड़ा काम कर सकता है। -
लोभी कुत्ता
एक कुत्ते के मुँह में हड्डी थी। नदी में अपनी परछाई देखकर सोचा दूसरी हड्डी है। भौंकते ही मुँह की हड्डी भी पानी में गिर गई। लालच का फल बुरा होता है। -
काँटे से काँटा
एक किसान के पैर में काँटा चुभ गया। उसके दोस्त ने दूसरा काँटा लेकर पहला निकाल दिया। मतलब, बुराई का अंत भी कभी-कभी उसी जैसे तरीके से होता है। -
मकड़ी का जाला
एक राजा युद्ध हार कर गुफा में छिपा था। वहाँ उसने मकड़ी को कई बार जाला बुनते और गिरते देखा। आखिरकार मकड़ी सफल हुई। राजा ने हिम्मत पाई और फिर युद्ध जीत लिया। -
बोया पेड़ बबूल का
एक आदमी ने बबूल लगाया, पर आम की उम्मीद की। जब कांटे निकले, तो पछताया। जैसा करोगे, वैसा भरोगे। -
सुनहरी मछली
एक गरीब मछुआरे ने सुनहरी मछली पकड़ कर छोड़ दी। मछली ने उसे इनाम देना चाहा, लेकिन मछुआरा संतुष्ट था। सच्चा सुख तृप्ति में है। -
दो बिल्लियाँ और बंदर
दो बिल्लियाँ रोटी के टुकड़े पर झगड़ रही थीं। बंदर ने फैसला करने का बहाना कर के दोनों टुकड़े खा डाले। झगड़े का फायदा अक्सर तीसरा उठा लेता है। -
नन्हा दीपक
अँधेरे में एक छोटा दीपक जल रहा था। तेज़ हवा आई, पर दीपक डटा रहा। सूरज निकला तो दीपक ने कहा, “अब मेरी ज़रूरत नहीं,” और शांत हो गया। सिख — हर किसी की चमक का समय आता है। -
गधे की खाल
एक गधा शेर की खाल पहनकर जंगल में डर फैलाने लगा। लेकिन जब वह रेंका, सब जान गए कि ये शेर नहीं, गधा है। झूठ ज्यादा देर नहीं छिपता। -
मधुमक्खी और तितली
तितली फूलों की सुंदरता में खोई थी, जबकि मधुमक्खी मेहनत कर रही थी। मौसम बदला, तो मधुमक्खी के पास शहद था, और तितली के पास कुछ नहीं। मेहनत का फल मीठा होता है। -
कछुआ और खरगोश
खरगोश ने कछुए का मजाक उड़ाया और दौड़ में सो गया। कछुआ धीरे-धीरे चलकर जीत गया। धैर्य और निरंतर प्रयास सफलता दिलाता है। -
दोस्त की पहचान
एक आदमी मुश्किल में फँसा था, तब उसके असली दोस्त ने मदद की। समय पर साथ देने वाला ही सच्चा दोस्त होता है। -
नीम का पेड़
एक बच्चा मीठा फल चाहता था, पर उसने नीम का बीज बोया था। उसे समझ आया — जैसा बीज बोओगे, वैसा ही फल मिलेगा। -
सुई और तलवार
तलवार अपनी ताकत पर घमंड करती थी। सुई ने कहा, “तेरे बिना काम चल सकता है, लेकिन कपड़े सिलने के लिए मुझे ही चाहिए।” छोटी चीजें भी बड़ी अहमियत रखती हैं। -
भेड़िया आया भेड़िया
एक लड़का मज़ाक में बार-बार “भेड़िया आया” चिल्लाया। जब सच में भेड़िया आया, कोई मदद करने नहीं आया। झूठ बोलने वाला भरोसे से चूक जाता है। -
सूरज और हवा
हवा और सूरज में बहस हुई कि कौन ताकतवर है। उन्होंने एक आदमी का कोट उतारने का चैलेंज लिया। हवा ने ज़ोर मारा, आदमी ने कोट कस लिया। सूरज ने गरमी दी, आदमी ने खुद कोट उतार दिया। दया ताकत से बड़ी होती है। -
अधूरी बाल्टी
एक किसान की बाल्टी में छेद था, लेकिन उसी से रास्ते में पानी गिरता और पौधे खिलते थे। कमजोरी में भी खूबसूरती छिपी होती है।