10+ Hindi Ki Kavita Desh Bhakti » देशभक्ति कविता

Top 10 Hindi Ki Kavita Desh Bhakti
भारत माँ की महिमा
भारत माँ की महिमा है अनंत,
धरती पर इसके कदमों की गूंज है मंद।
हर दिशा में बसी है इसकी शक्ति,
संघर्ष की वीरता, हर दिल में है इसकी रजत ध्वनि।
वीरों की वीरता, शौर्य की धारा,
रक्षकों का बलिदान, है यही हमारी क़ीमत।
सुन लो हे देशवासियों, यह वादा है हमारा,
भारत के लिए हम सब कुछ करेंगे निछावर।
हमारी धरती, नदियाँ और पर्वत,
हर रेशे में बसी है मां की ममता।
गौरव की ये भूमि, शौर्य की प्रतीक,
इसकी पहचान, है हर एक की ताकत।
रखें हर दिल में प्रेम और त्याग का साक्षात्कार,
संविधान और संस्कृति में बनी रहे हमारा प्यार।
हमें रखना होगा देश को एकता के सूत्र में,
वो भारत, जिसे जानता है हर कोने से सुथरा।
आओ हम सब मिलकर, भारत को फिर से चमकाएं,
उसकी इज्जत और मान को हमेशा बनाए रखें।
जय हिंद, जय भारत, हमारे दिलों में बसी है यह आवाज,
हम सभी की एकता में शक्ति है, यही है हमारी सच्ची पहचान।
भारत की शान » Hindi Ki Kavita Desh Bhakti
धरती से आकाश तक फैली हमारी शान,
भारत माता का है हमें गर्व, ये है हमारी जान।
हर क़दम में वीरता, हर दिल में जोश,
हम हैं भारत के सैनिक, शहीदों का है हम पर रौश।
गंगा, यमुना की धाराओं में बसी है एकता,
हर गाँव-गली में गूंजे बस देशभक्ति की वाणी।
वीरों के रक्त से सजी ये ज़मीन,
यहां हर बच्चे में, हर माँ-बाप में बस एक ख्वाहिश है,
भारत को फिर से बनाएं दुनिया में सबसे महान।
हमें है क़ीमत अपनी संस्कृति की,
हमारी पहचान, हमारी रीतों की।
हर मंदिर, हर मस्जिद, हर गुरुद्वारा,
हम सबकी है, ये एकता का जो डोर है प्यारा।
वो संघर्ष, वो बलिदान कभी नहीं भुला सकते,
हर भारतीय दिल में, उनके अरमान हम सजा सकते।
सपने देखने का, और उन्हें पूरा करने का जोश है,
भारत की ताकत हमसे है, हमारी ताकत इस देश से।
आओ, संकल्प लें, हम इसे फिर से महान बनाएंगे,
हर भारतीय को नये सपनों से सजाएंगे।
हम भारत हैं, हमें हर मुश्किल से लड़ना है,
यही हमारी राह है, यही हमारा क़ीमत है।
भारत की आवाज » Desh Bhakti Kavita
भारत की धरती से, उठी है एक आवाज,
हम सब मिलकर करेंगे, इसे नया परचम लहराएंगे।
हर दिल में बसी है देशभक्ति का जोश,
हम हैं भारत के प्रहरी, हमारी ताकत है अनमोल।
सूरज की किरण से, चाँद की रौशनी तक,
हमारा राष्ट्र चमकेगा, हर कठिनाई को हर लेंगे।
नफरत का न कोई स्थान, यहां केवल प्यार का राज,
भारत की मिट्टी में बसी है सच्ची पहचान।
वीरों की गाथाओं से, हमारा इतिहास सजा है,
शहीदों का बलिदान, हमारे दिलों में बसा है।
उनकी तपस्या और संघर्ष ने हमें ये राह दिखाई,
हम भारत की संतान हैं, यही है हमारी सच्चाई।
हर गांव, हर शहर, हर कस्बा गूंजे,
भारत की ताकत से सब दुनिया को चौंके।
हम सभी एक हैं, अलग-अलग फिर भी एक,
देश की शान में हम सबका योगदान है नेक।
आओ मिलकर हम संकल्प लें,
भारत को ऊँचाई पर, फिर से चमकाएं।
यह धरती, यह आकाश, यह हवाएं कहें,
भारत रहेगा महान, यह आवाज़ हमेशा गूंजे।
भारत की धड़कन » Desh Bhakti Kavita
भारत की धड़कन, दिलों में बसी है,
संग्राम की जो गाथा, वही हमारी सजी है।
वीरों के बलिदान से, यह धरती पवित्र बनी,
भारत माता की महिमा, सगाई में सजी।
गंगा-यमुना की बहती धाराएँ,
संस्कारों की गूंज, ये जो सशक्त संकल्प हैं हमारे।
हर दिल में बसे हैं वो सपने बड़े,
भारत को बनाना है फिर से ऊँचा, नई ऊँचाइयों तक ले जाएं हम उसे।
शहीदों का रक्त रंग देता है हमारे झंडे को,
इनकी वीरता से प्रेरणा हम पाते हैं रोज़।
संघर्ष की राहों पर चला, हर भारतीय है तैयार,
कभी ना रुकने वाली उसकी दुनिया से मुकाबला करने की वार।
नफरत से दूर, सिर्फ प्यार का संदेश,
भारत की एकता ही उसकी ताकत है विशेष।
हर धर्म, हर जाति, हर भाषा की समृद्धि,
इसी विविधता में बसी है हमारी असली शक्ति।
आज हम एकजुट हो, यह संकल्प लें,
भारत को हम दुनिया में सबसे ऊँचा बनाएं।
यह देश हमारा है, इसे प्यार से संजोएं,
भारत माँ की शान को हमेशा बरकरार रखें।
हम भारत के वीर » Desh Bhakti Kavita
भारत की धरा पर हर वीर ने अपना रक्त दिया,
भारत माँ की खातिर उसने हर दर्द सहा, हर खुशी छोड़ी।
वह धरती की संतान, जो कभी न थमा,
हर क़ुर्बानी से उसकी शक्ति बढ़ी, यही है भारत की शान।
हम हैं भारत के वीर, हमारा दिल है देश के लिए,
चाहे कठिन हो रास्ता, हम न डरते हैं किसी से।
धरती से आसमान तक, गूंजे हमारी आवाज़,
भारत की माटी में बसी है, हर एक दिल की राज।
हर धर्म, हर जाति, हर भाषा से एकताबद्ध,
हम भारत के लोग हैं, हर दर्द को सहते हुए दृढ़।
शहीदों की गाथाएं, उनका बलिदान हर दिन याद आए,
हम संकल्प लें, भारत को फिर से जगमगाए।
अब हम सब मिलकर उसे ऊँचा बनाएंगे,
भारत को नई ऊँचाइयों तक हम ले जाएंगे।
शौर्य, बलिदान और प्यार से हर कदम बढ़ाएं,
भारत माता की शान को हमेशा बनाए रखें।
भारत का गौरव » Desh Bhakti Kavita
भारत की माटी में बसी है अनगिनत कहानियाँ,
वीरों के संघर्ष, उनकी नफ़रत से अन्जानियाँ।
हर क़दम पर वीरता, हर जज़्बे में शौर्य,
भारत की धरती पर है केवल एक ही गौरव।
भारत का गौरव, सच्चाई और प्रेम में बसा,
संघर्षों के बीच भी कभी नहीं रुका।
हमें हर क़ीमत पर अपने देश की हिफाज़त करनी है,
चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, हमें जीत ही करनी है।
शहीदों की गाथाएँ, जिनमें बसी है हमारी ताकत,
उनकी शहादत हमें देती है हर दिन नई रफ्तार।
भारत की महानता, उसकी संस्कृति और पहचान,
हम सब मिलकर इस देश को देंगे एक नई उड़ान।
अब कोई भी हमें डराने वाला नहीं है,
हम भारत के लोग, किसी से भी नहीं डरते हैं।
आओ हम सब मिलकर फिर से एक नयी शुरुआत करें,
भारत को फिर से सशक्त और सम्मानित बनाएं।
भारत की शान » Hindi Ki Kavita Desh Bhakti
भारत की शान है उसकी धरती की धड़कन,
हर घर में बसी है वीरता की चमक।
आज़ादी के उस पल को हम कभी नहीं भूल सकते,
जहाँ शहीदों ने अपना रक्त बहाकर हमें आज़ादी दी।
हर क़तरा खून का गवाह है संघर्ष का,
हर वीर की शहादत, हमारे दिलों में है अमर।
हम भारत के नागरिक हैं, हमें है गर्व,
अपनी मातृभूमि की खातिर हर हाल में लड़ेंगे हम सख्त।
गंगा, यमुना, हर नदियाँ गवाह हैं हमारी एकता की,
हर पर्वत, हर मैदान में बसी है हमारी शक्ति की।
हमारे राष्ट्र की पहचान है विविधता में एकता,
यही है भारत का असली गौरव, यही है उसकी महत्ता।
अब हमें मिलकर उस शहीदों की याद को ताज़ा करना है,
भारत को फिर से उसी महान ऊँचाई पर ले जाना है।
हम सभी की एकता में छिपी है वो ताकत,
जिससे हर चुनौती का सामना हम कर सकते हैं।
भारत की सगाई » Desh Bhakti Kavita
भारत की सगाई है उसकी धरती से,
हर क़दम में बसी है उसकी मेहनत की महक।
वीरों की शहादत और मातृभूमि की ममता,
हर दिल में बसती है भारत की सगाई, उसकी शक्ति की चमक।
हम भारत के लोग, कभी न रुके, कभी न थमे,
संघर्षों के बीच भी हम अपनी राह पर चले।
नफरत नहीं, यहाँ सिर्फ प्यार की धारा,
भारत की एकता में बसी है हमारी सच्ची शान का सितारा।
गंगा की धारा से लेकर हिमालय के शिखर तक,
भारत की माटी में बसी है सच्चाई और वचन की ताकत।
हर गाँव, हर शहर, हर गली में गूंजे एक ही आवाज,
हम भारत के लोग, एक हैं, हर चुनौती का देंगे हम जवाब।
अब हम संकल्प लें, इसे महान बनाएंगे,
भारत को ऊँचाई तक पहुँचाएंगे।
भारत माँ की शान को हमेशा बनाए रखें,
हम सब मिलकर इसे एक नयी दिशा दिखाएं।
भारत का सपना » Desh Bhakti Kavita
भारत का सपना है एक सुनहरा कल,
जहाँ हर दिल में बसी हो उसकी यादें, हर कदम में हो उसका हलचल।
संघर्ष और बलिदान की गाथाएँ सुनाते हैं वीर,
उनकी शहादत से हर एक दिल में बसी है वीरता की शीतल धीर।
हर वीर के खून से रंगी है ये माटी,
हम भारत के लोग हैं, हमारी ताकत है हमारी एकता की छाँटी।
गंगा, यमुना और हर नदी की धारा,
हमारी पहचान है, हम सबका है एक सपना, एक रास्ता, एक किनारा।
हमारी संस्कृति, हमारी धरोहर,
यह भारत की पहचान है, यही है हमारी धरती का सुर।
हम हैं वो लोग जो कभी न हारेंगे,
भारत को ऊँचा उठाएंगे, और यह सपना साकार करेंगे।
आओ सब मिलकर इस सपने को साकार करें,
भारत को दुनिया में सबसे महान बनाएं, यही संकल्प करें।
भारत माँ की शान को बढ़ाएं, हर कदम पर उसे ऊँचा करें,
हम सब मिलकर, भारत को फिर से स्वर्णिम युग में ले जाएं।
भारत का उजाला » Hindi Ki Kavita Desh Bhakti
भारत की धरती पर बसी है असीमित ताकत,
यहाँ हर दिल में देशभक्ति की जलती है लपट।
वीरों की शहादत, उनकी ज़िंदगी का हर पल,
हमें देती है प्रेरणा, हर कदम पर हो हमारा संघर्ष सफल।
गंगा की धाराओं से लेकर रेगिस्तान तक,
हमारा भारत है अद्वितीय, सशक्त और अपार।
हर पर्वत की ऊँचाई में बसी है हमारी आकांक्षाएँ,
हर गाँव, हर शहर में भारत के गौरव की लहराएँ।
आज हम सब मिलकर एक नया इतिहास लिखेंगे,
भारत को फिर से महान बना देंगे।
संघर्षों में छिपी है हमारी शक्ति की पहचान,
भारत का उजाला दुनिया में चमकेगा, यह है हमारा संकल्प और महान कार्य।
हम सब मिलकर इस देश को ऊँचाइयों तक ले जाएं,
भारत को दुनिया के नक्शे पर फिर से सबसे ऊपर लाएं।
भारत माँ की जयकारें हर दिल से गूंजें,
हमारा भारत हमेशा इसी प्रकार से जीतता रहे, यही हमारी उम्मीद और पूरी इच्छा हो।