Top 50 Emotional Sad Shayari | 2 Line Shayari Hindi

50 Best Shayari in Hindi | Read Now |
2025 Emotional Sad Shayari
तन्हाई में जीने की अब आदत सी हो गई है,
हर खुशी अब मुझसे नाराज सी हो गई है।
कभी-कभी यूँ भी होता है जिंदगी में,
हंसते हैं सब के सामने और रोते हैं तन्हाई में।
दिल के रिश्ते तो किस्मत से मिलते हैं,
वरना मुलाकात तो हर रोज हजारों से होती है।
उम्र भर यही भूल करता रहा ग़ालिब,
धूल चेहरे पर थी और मैं आईना साफ़ करता रहा।
जिन्हें हम अपनी जान से भी ज्यादा चाहते थे,
वो ही लोग हमें सबसे ज्यादा दर्द दे गए।
तेरे बिना ज़िन्दगी में अधूरापन सा है,
हर खुशी भी अब बेवजह और वीरान सी लगती है।
हमने तो हर लम्हा तेरे नाम किया,
तूने तो एक पल भी हमें याद ना किया।
आंसुओं से भी अब तो शिकवा नहीं रहा,
वो भी अब तन्हाई में चुपचाप बह जाते हैं।
जिंदगी ने सवाल कर डाला मुझसे,
कब तक यूँ ही टूटते रहोगे दिल के टुकड़ों में।
तू रूठे तो खुदा भी मना सकता हूँ,
मगर तुझे खोने का खौफ मेरी रूह तक कांपा देता है।
तू सामने हो फिर भी तन्हाई महसूस होती है।
दुआ करते हैं तेरी हर खुशी के लिए,
और खुद ग़मों की चादर में लिपटे रहते हैं।
हर मोड़ पर तेरा इंतज़ार किया,
पर तू था कि कभी आया ही नहीं।
तुझसे दूर रहकर भी तेरा ख्याल आता है,
दिल को फिर से तन्हाई का आलम सताता है।
तेरी यादों ने इस दिल को कैद कर रखा है।
कहाँ जाऊं दिल का दर्द किसे सुनाऊं,
यहाँ हर कोई अपने ग़म में डूबा है।
वो मुस्कान भी अब झूठी लगती है।
तू चाहे लाख भुला दे मुझे,
मैं तुझे फिर भी याद करूँगा।
दिल टूटा है मगर अब शिकायत भी नहीं करते।
तुझसे दूर रहकर भी तुझे चाहना,
ये कैसा इश्क़ है?
मोहब्बत की थी दिल से हमने,
और बदले में बस आंसू मिले हैं।
तू बेखबर है मेरी तन्हाइयों से,
मैं हर रोज़ तेरे बिना मरता हूँ।
तुझसे जुदा होकर भी तुझे चाहना,
यही तो इश्क़ की सबसे बड़ी सजा है।
तेरे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है,
जैसे बिना धड़कन के कोई दिल धड़कता है।
जिसे चाहा वही बेवफा निकला।
तेरी बेरुखी ने दिल को तोड़ दिया,
अब मोहब्बत से भी डर सा लगता है।
कभी तो सोच मेरे बारे में भी,
जिसने हर दुआ में तेरा ही नाम लिया।
तूने हँसते हुए कहा भूल जाओ मुझे,
दिल ने रोते हुए कहा मुमकिन नहीं।
बचपन के ख्वाबों में तुझसे मिलने की ख्वाहिश थी,
बड़े होकर बस तेरा दूर जाना नसीब हुआ।
कितनी आसानी से तोड़ दिया तुमने रिश्ता,
कभी सोचा भी नहीं कि हम किस हाल में हैं।
टूटे हुए दिल की ना कोई आवाज़ होती है,
हर दर्द चुपचाप आंखों से बयान होता है।
दिल चाहता है तुझसे फिर से लिपट जाऊँ,
पर हकीकत ठहर जाती है रास्ते में।
तेरी खामोशी भी अब सजा लगती है,
हर बात में तेरी बेवफाई की गूँज लगती है।
रात भर तेरी यादें मुझे जगाती रहीं,
और मैं तन्हा दिल को समझाता रहा।
कहने को तो सब अपने हैं इस शहर में,
पर जब गिरा तो कोई उठाने न आया।
तेरे जाने के बाद बस इतना हुआ,
ना कोई अपना रहा, ना दिल को चैन मिला।
तू पास होकर भी दूर सा लगता है,
ये कैसा इश्क़ है जो अधूरा सा लगता है।
दिल से तेरी हर बात निभाई हमने,
और तूने हर बार हमें आज़माया।
तेरी यादें भी अब बोझ सी लगती हैं,
फिर भी हर रोज़ दिल तुझसे मिलने की दुआ करता है।
आँखों से आंसू बहते हैं खामोशी में,
तेरा नाम लेते हैं हर सांस में।
जिसे हम अपनी दुनिया समझ बैठे थे,
वो हमें अजनबी कह कर चला गया।
कभी तू भी तन्हा रातों में रोएगा,
जब तुझे भी कोई अपना छोड़ जाएगा।
हँसते चेहरे के पीछे कितने ग़म छुपे हैं,
पूछ उन आंखों से जो हर रात भीगती हैं।
हर रोज़ तुझसे दूर जाने का ग़म सहता हूँ,
और हर रात तेरी यादों में मरता हूँ।
तूने चाहा ही नहीं, और हम दिल हार बैठे,
तेरी एक मुस्कान पे सब कुछ वार बैठे।
बेवफाई उसकी थी, ग़म मेरा बन गया,
खुश वो है, और तन्हा मैं रह गया।
कभी सोचा था साथ जिएंगे मरेंगे,
तूने तो छोड़ना भी बड़ी आसानी से सीख लिया।
दिल को तोड़ना खेल समझ बैठे लोग,
और हम हर टुकड़े को सीने से लगा बैठे।
तू मेरी तन्हाईयों का हिस्सा बन गई,
जैसे रूह से जुड़ी कोई पुरानी कसक।
ना जाने क्यों अब खुद से भी डर लगता है,
तेरे जाने के बाद आईना भी अजनबी लगता है।
तेरी हर याद अब सजा बन चुकी है,
और मेरा हर दिन दर्द की दुआ बन चुका है।
तू खुश है शायद तेरे नए जहां में,
और मैं अब भी बसा हूँ तेरे पुराने ख्वाबों में।
कभी तन्हाई में खुद से बात कर लिया करो,
कम से कम कोई तो होगा जो सुनेगा।
दर्द कितना भी छुपा लो,
आंखें फिर भी बयां कर देती हैं।
जिसे चाहा उसने कभी कदर ना की,
और जिसने कदर की वो हमें मिला ही नहीं।
तू मिला तो सही, मगर अब खो चुका है,
और मैं अब भी उसी मोड़ पर रुका हूँ।
दुआएँ करता रहा तेरी खुशी के लिए,
और खुद ग़मों में डूबता चला गया।
मोहब्बत की थी दिल से,
और सजा भी दिल ही ने झेली।
अब तो आंसुओं से भी दोस्ती हो गई है,
हर रात साथ निभाते हैं वो भी तेरी याद में।
खुदा भी अब थक गया होगा मेरी फरियाद सुनकर,
तू फिर भी बेखबर अपनी दुनिया में मस्त है।